Understanding Yom Kur Historical Background Yom Kippur, often referred to as the Day of Atonement is the holiest day in the Jewish calendar. The origins of Yom Kippur can be traced back to ancient times, specifically outlined in the Torah ...
Qukut Latest Articles
सिद्धिदात्री माता: सिद्धि और अनंत शक्तियों की देवी
Urmilaसिद्धिदात्री माता देवी दुर्गा के नौवें स्वरूप के रूप में पूजी जाती हैं। नवरात्रि के नवें दिन, जिसे महानवमी कहा जाता है, इस दिव्य देवी की आराधना की जाती है। यह माना जाता है कि देवी सिद्धिदात्री अपने भक्तों को ...
Ratan Tata: The Philanthropic Journey of an Iconic Business Leader
Pankaj GuptaIntroduction Brief Introduction to Ratan Tata Ratan Tata, an iconic figure in Indian business, was born on December 28, 1937, in Navsari, Gujarat. He served as the chairman of Tata Sons from 1990 to 2012 and played a pivotal role ...
महागौरी माता: शक्ति, सौंदर्य और आध्यात्मिक प्रकाश की देवी
Urmilaमहागौरी माता नवदुर्गा की आठवीं शक्ति हैं, जिन्हें विशेष रूप से अष्टमी के दिन पूजा जाता है। देवी महागौरी का स्वरूप अत्यंत पवित्र, सौम्य और शांत है। वह शक्ति, करुणा और सौंदर्य की प्रतीक मानी जाती हैं। महागौरी देवी का ...
कालरात्रि माता: शक्ति, कथा और चमत्कारी मंत्रों का दिव्य स्वरूप
Urmilaकालरात्रि माता दुर्गा के नौ रूपों में से एक हैं और उन्हें शक्ति का प्रतीक माना जाता है। नवरात्रि के सातवें दिन माता कालरात्रि की पूजा की जाती है, जिन्हें काली, महाकाली या कालिका के नाम से भी जाना जाता ...
कात्यायनी माता: शक्ति का उग्र और दिव्य रूप
Urmilaनवरात्रि के नौ दिन माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा का विशेष महत्व है, और माँ का छठा रूप कात्यायनी माता का है। कात्यायनी माता शक्ति, साहस, और विजय का प्रतीक है। माँ कात्यायनी का स्वरूप और महिमा असीम ...
स्कंदमाता: मातृ शक्ति का प्रतीक
Urmilaहिंदू धर्म में, देवी माताएं विभिन्न रूपों में पूजा जाती हैं, और उनमें से एक महत्वपूर्ण रूप हैं देवी स्कंदमाता। इनकी पूजा विशेषकर नवरात्रि के दौरान की जाती है, जब भक्त उनके प्रति श्रद्धा और भक्ति व्यक्त करते हैं। स्कंदमाता ...
कूष्माण्डा माता: सृष्टि की रचयिता और नवदुर्गा का चतुर्थ रूप
Urmilaहिंदू धर्म में देवी दुर्गा के नौ रूपों की उपासना नवरात्रि के नौ दिनों में विशेष रूप से की जाती है। इन नौ स्वरूपों को “नवदुर्गा” कहा जाता है, और हर देवी का अपना विशेष महत्व है। कूष्माण्डा माता को ...
चंद्रघंटा माता: शक्ति और शांति की देवी
Urmilaचंद्रघंटा माता देवी दुर्गा के नौ रूपों में से तीसरी मानी जाती हैं, जिनकी पूजा नवरात्रि के तीसरे दिन की जाती है। उनका नाम “चंद्रघंटा” इस कारण से पड़ा क्योंकि उनके माथे पर एक सुंदर अर्धचंद्र (चाँद का आधा हिस्सा) ...
ब्रह्मचारिणी माता: तप, धैर्य और आत्मसंयम की देवी
Urmilaनवरात्रि के पावन अवसर पर देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है, जिनमें से प्रत्येक रूप का अपना अलग महत्व और आध्यात्मिक संदेश होता है। नवरात्रि के दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। देवी ...